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पद्य_ग़ज़ल Quotes, often spoken by influential individuals or derived from literature, can spark motivation and encourage people to take action. Whether it's facing challenges or overcoming obstacles, reading or hearing a powerful पद्य_ग़ज़ल quote can lift spirits and rekindle determination. पद्य_ग़ज़ल Quotes distill complex ideas or experiences into short, memorable phrases. They carry timeless wisdom that often helps people navigate life situations, offering clarity and insight in just a few words.
#क़ाफिया ➖ #आकर
# रदीफ ➖ # देख लेते तो अच्छा था।
#विधा ➖ #पद्य_ग़ज़ल
मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फऊलुन
१२२२ १२२२ १२२२ १२२
ग़ज़ल
मुझे अपना बनाकर, देख लेते तो अच्छा था।
प्यार दिल में सजाकर, देख लेते तो अच्छा था।।
खुलूसे मोहब्बत में दीदारे तलब है लेकिन ।
मुझे तुम आजमाकर देख लेते तो अच्छा था।।
कहां तुम्हें फुर्सत किसी का ख्याल दिल में लाएं।
ख़यालों में हमारे आकर देख लेते तो अच्छा था।।
सितम दिल पे जो ढाया है तुम्हें ये क्या मालुम।
सितम खुद पर भी ढाकर देख लेते तो अच्छा था।
दिलों में राज़ छूपाने से कुछ नहीं होगा।
हमें हमराज़ बनाकर देख लेते तो अच्छा था।।
हमारे बीच में "ज्ञानेश" कैसे बढ़ गई है ये दूरियां।
ग़लतफ़हमी मिटाकर देख लेते तो अच्छा था।।
ग़ज़लकार
ज्ञानेश्वर आनन्द "ज्ञानेश" किरतपुरी
राजस्व एवं कर निरीक्षक
स्वरचित एवं मौलिक रचना के
समस्त अधिकार मेरे पास सुरक्षित हैं।
#क़ाफिया ➖ # आ
# रदीफ ➖ # जाए
#विधा ➖ #पद्य_ग़ज़ल
#मापनी ➖ # 2221 2221 2221
ग़ज़ल
रूह के चैन का रस्ता, भी निकाला जाए।
कैसे आदर हो पड़ोसी का, ये सोचा जाए।।
कैसे इस बात से दिल तेरी, ये सहमत हो जाए।
हुकुम ये है , के कोई ख्वाब , ना देखा जाए।।
रूबरु ना सही, नींदों में तो आने दीजै।
ख्वाब को ख्वाब में आने से न रोका जाए।।
तब कहीं फैसला देने की जसारत करना।
पहले झगड़े की बिना क्या है ये समझा जाए।।
मित्रता इसी को कहते हैं सुनो मित्र मेरे।
मित्र को मित्र की कोताही पे टोका जाए।।
थक के आया हूं सफर से मुझे पानी तो पिला।
इतना आराम तो दे ऐ-दोस्त के बोला जाए।।
रौशनी चाहिए हर घर में उजालों के लिए।
ज्ञान "ज्ञानेश" किताबों में ना रखा जाए।।
ग़ज़लकार
ज्ञानेश्वर आनंद "ज्ञानेश"
किरतपुर जिला बिजनौर।
9719677533
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