चाहिए मुझे वो सुबह ..
जिनके नज़ारों में तेरा बसेरा हो ।
शामें मेरी हो ऐसी जिनमें ..
मेरे हाथों में हाथ तेरा हो ।
यूँ तो तेरे हर एक दीदार से ..
ख़ुशी छा जाती हैं । लेकिन
मिले ज़िंदगी भर का साथ तेरे ..
दम अगर निकले मेरा ..
उस आख़री दफ़ा तेरी गोद में,
सिर हो मेरा ..।