सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयान्न ब्रूयात् सत्यमप्रियम्।
प्रियं च नानृतं ब्रूयादेष धर्म: सनातन:।।
(मनु-4/138)

सदा प्रिय बोलना चाहिए, सत्य बोलना चाहिए, दूसरों के लिए हितकारी बोलना चाहिए। कभी अप्रिय न बोलें, सत्य होते हुए भी अप्रिय बोलने से बचें, किसी की झूठी प्रशंसा भी कभी न करें।

Hindi Quotes by Dr Jaya Shankar Shukla : 111843241

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