है बदला क्या?,
सब वैसे ही है।
दर्द है, रुश्वाई है...
ईमान! दम तोड़ती, बेवफाई है...
मन! भीतर, इक तन्हाई है।।
#दर्पणकासच
#बदला_हैं_क्या_यहां
#तन्हाई
#पीड़ा_मन_की
#दर्द_छलक_जाता_है
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Good Night by सनातनी_जितेंद्र मन : 111834181

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