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*प्रीत लगाओ सतगुरु से*
*जग में क्या रखा है*,,,
*चरणों से जुड़ जाओ सतगुरु के*,
*जग में क्या रखा है,*,,
*जग तो है झूठा और मतलबी*,,,,
, *मतलब का ही साथ निभाएगा* ,
*एक सतगुरु ही है सच्चा जो*
*तेरी रहो से काँटे*
*चुन चुन के फूल* *बिछाएगा* ,,
*🙏🌹 शुभ प्रभात 🌹🙏*