ए दिल,,
हुई थी जो तब गलती मुझसे आज भी सताती है,,
इज़हार ए इश्क न करने की भूल आज भी यूंही तड़पाती है,,
जिस राह को उसके लिए छोड़ा था कभी,,
सोचा नहीं था वापस लोटुंगा यहा कभी,,
न तब कुछ बदला था,न अब कुछ बदला है,,
वही राह वही प्यार वही याद है,,
तब भी में अकेला था,,
आज भी वही दौर कायम है,,
तब भी उसकी खुशी के लिए उसे छोड़ा था,,
आज भी उसकी खुशी की अहमियत कायम है,,
तब भी सिर्फ लेके गया था उसकी यादें,,
आज आया हु तो साथ में उसकी यादें ही कायम है....
तब भी उसका प्यार धड़कता था मेरे इस तन्हा दिल में,,
आज भी उसका धड़कना कायम है...
-Aarushi Varma