असत्य न टिकता है
सत्य ना दिखता है
सत्य कि ही जीत है
पर फिर भी सत्य छिपता है
सत्य कहना हि बड़ा
इसलिए असत्य निकल पड़ा
जो दिखता नहीं वही सत्य है
झुकता नहीं वो सत्य है,
सत्य, अस्तय से घिरा
जीत ले हर राह वो सत्य है


साक्षी ✍️✍️

Hindi Poem by Sakshi : 111788007

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