अब तो यकीन सा हो गया हैं की,
तुम्हें पा नहीं सकते हम,
पर ये भी जानती हूँ,
हमसें बेशुमार प्यार करते हो तुम,
शायद इसलिए हमेशा मेरे दिल में
तुम्हें खोने का डर सा लगा रहता है....

-Ritu Patil

Marathi Shayri by Ritu Patil : 111781189

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