मोहरे पहनकर सब फिरते हैं यहां, शराफत का चोला पहने
और हम शरीफों को जलील करके यह ..... Bindu Anurag
एहसास कराते हैं कि कैसी परवरिश है उनकी
ज़ालिम होते हैं ऐसे लोग जो शरीफौ सा दिखावा करते हैं
कभी-कभी तो लगता है कि हमारे अच्छे कर्म भी वह सह नहीं पाते
और ईसीलिए वो ज़ालिम अपना असली चेहरा छुपाकर
दुनिया के सामने शरीफ बनते फिरते हैं
क्यों होते हैं उनके यह शराफत के मोहरे
काश कि वह अपना सच्चा वाला रूप सबको दिखा सके तो लोगों को भी तो पता चले कि दिखाने के भी और चबाने के भी कैसे थे..
जालिमों को नहीं पता कि हम शरीफ लोग सह लेते हैं इनका मतलब यह नहीं कि हम उनसे डरते हैं लेकिन यह हमारी परवरिश है कि हम उन्हें आदर देते हैं।
और वह इसी आदर का गलत फायदा उठा देते हैं।
वो भले ही अपना मोहरा पहने फिरते रहे
लेकिन हम भी अपनी शराफत नहीं छोड़ेंगे ।
07:20 PM
30/11/21
-Bindu _Anurag