हम लड़के हैं जनाब दर्द आंखों में दे दिया जाता है फिर गुस्ताखी ना करना रोने की यह भी बता दिया जाता है और कभी छूट जाए किसी का साथ अपना तो गम में भी आशु ओ का ना निकलना
बेदर्द बता कर फिर सता लिया जाता है

-Monty Khandelwal

Hindi Shayri by Monty Khandelwal : 111759837

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