कमियां ही कमियां है मुझ में,
तुम्हें अच्छाई की क्यों तलाश है?
दीवाना हूं में मौत का मेरे यार,
मुझ में रुकी तुम्हारी क्यों सांस है?

-जिद्दी बालक... જિદ્દી બાળક...

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