कुदरत ने इंसान को बनाया है और इंसान भौवतिक संसन्धानों को निर्मित किया है।फिर भी इंसान अपने को भगवान से तुलना करता है।आदमी धरती से चंद्रमा ,मंगल तक पहुँच गया है।हमें विचार करना है कि उस ग्रहों को किसने बनाया।हमें अपने अविष्कार पर गुरुर नहीं करना चाहिए।