कभी सोचता हूँ
अगर सेलेबिटरी न हो तो न्यूज़ चैनलों का क्या हो?सेलिबेटरी1 प्रतिशत से कम और आमजन 99 प्रतिशत से ज्यादा है।इन 99 प्रतिशत में बड़ी आबादी उनकी है जिनके पास मकान नही है या दोनों टाइम खाने को नही है।वंचित है ये लोग
मीडिया को सिर्फ सेलिबेटरी की चिंता है।वह कब सोते है,कब उठते हैं, कब खाते है,क्या खाते है,उनके जीने मरने को महिमा मंडित करते रहते है
आम आदमी जी वंचित है जीवन की मूलभूत जरूरतों से उसके लिए मीडिया के पास टाइम नही है