➖➖शुभ संध्या रात्रि वंदन बुधवार ब्रह्मदत्त ➖➖
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श्रीगणेशजी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा||
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी।
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा||
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा||
अन्धे को आँख देत, कोढयन को काया।
बाँझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
श्सूर श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा||
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा||

ब्रह्मदत्तत्यागीहापुड़

Hindi Religious by ब्रह्मदत्त उर्फटीटू त्यागी चमरी हापुड़ : 111738921

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