पृथ्वी पर अलग-अलग लोग हैं। जो संघर्ष को बढ़ावा देते हैं,और श्रम की आलोचना करते हैं ।
हालांकि श्रम बंद नहीं रह सकता। कई लोगों ने अपने श्रम शक्ति का अच्छा उपयोग किया है।
उनके श्रम दुनिया भर में अमर बन गए हैं।
-Chandrakant Pawar

Marathi Poem by Chandrakant Pawar : 111737268

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