उन्होने कुछ इस तरहा अनदेखा कर दिया हमे
जैसे हम उनके लिये अनजान थे
मगर सच तो ये है की
कुछ साल पहले ओ हमारे पागल दिवाने थे

-SandipkumaR

Marathi Shayri by संदिप खुरुद : 111733881

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