मैंने तुमसे कब ज्यादा कुछ माँगा है...
बस एक लम्बी रात हो
और तुम्हारी अवाज़ हो
मेरे पसंद के गाने हो
और उन्हें तुम गुनगुनाते रहो
और हम तुम्हें देखते रहे
मुस्कुराते रहे

-@njali

Hindi Shayri by Alone Soul : 111718584

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