मन की खिडकी...
खोल दू तो तूफान आयेगा..
बंद रखू तो दिल में सैलाब....
तूम बस देखना मेरे होठोकी मूस्कान...
और ...
बस होठोकी रंग में
डूबोयी हूयी मूस्कान

-शब्दांकूर

Hindi Shayri by शब्दांकूर : 111717480

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