कोरोना दानव को रोकना है न आ पाए पास
खाओ सब्जी हरी चटनी रोटी और सलाद

सादा भोजन साथ में हो देशी वाला अचार
भरतीय मसाले सच सच है आज भी याद

खाओ फल ताज़े व जूस पियो ठंडा ठंडा
कर लो कसरत थोड़ी घर पे शरीर रहे चंगा

हम भारत हैं स्वदेशी घर के खाने में शौकीन
लैया,चना,मक्के की भून के बनाओ नमकीन

लौंग,इलायची,अदरक डालो महीन कूट कर
कड़क बनाओ काढ़ा गुड़ का पियो घूट कर

ज्यादा से ज्यादा निर्मल पानी खूब है पीना
नींद करो पूरी जो सारी रात बेसुध है सोना

न बैठो खाली कुछ न कुछ बस करते रहो
कोरोना है भयंकर डरो न सोंचा करते रहो

रखो ध्यान सफ़ाई का आलस न ही आने दो
मन से खुद में मजबूत बनो शक्ति न खोने दो

मास्क लगाओ गज भर की दूरी को अपनाओ
हाथ जोड़ प्रणाम कर आपसी रिश्ता निभाओ

न होने दो हावी डर को खुदपर अब इस तरह
हिम्मत न हारो सब हो अच्छा पहले की तरह

महामारी फैली क्यों न जाने बस हालात में है
करो न चिंता ज़रा सा भी हमसब साथ मे हैं

© आलोक शर्मा

Hindi Poem by ALOK SHARMA : 111699600

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