मेरे मन ने आज
फिर ये आवाज़ दी है
आगे बढ़ने के लिए
नई राह दी है
तो क्या हुआ
अंधेरा थोड़ा ज्यादा हो गया
सूरज को पाने की
फिर वही चाह दी है

-अनुभूति अनिता पाठक

Hindi Motivational by अनुभूति अनिता पाठक : 111693637

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