कितना हसीन रिश्ता है आंसूओं का आंखो से
छोड़ कर जब भी जाता है आंखे नम हो जाती है
दिन भी भटकता है और राते उदास होती है
बहुत चले थे सोचकर की साथ तेरा है
कहां कहां से देखो वहम के धागे टूटे है ।

Hindi Romance by Arti Shukla : 111691129

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