एक सही-गलत फैसला,
एक पल की कोई खता,
बस एक घड़ी को बहकना,
कदमों का जरा सा भटकना,
उम्र भर पश्चाताप में जलना,
एक नजर की मुहब्बत,
गलतफहमी से उपजी नफरत,
एक गलत राह चुनना,
एक बार का गिरना-सम्हलना,
जरा सी चूक एक दुर्घटना,
जीवन का मौत में बदलना,
बस एक लम्हा ही काफी है,
जिंदगी बदलने के लिए।।

रमा शर्मा 'मानवी'
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Hindi Poem by Rama Sharma Manavi : 111689231

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