मैं नहीं आ पाया तो क्या
तुम होली मना लेना।
मेरे नाम का थोड़ा गुलाल
अपने गालों पर लगा लेना।।
मैं भी तेरे प्रेम में रंग कर
कर लूँगा तुमको याद प्रिये।
हो सका तो साथ मनाएंगे
होली अगले साल प्रिये।
जमीला खातून
सेना और पुलिस के जवानों के लिए जो त्यौहारों पर अपनों से दूर रहते हैं।