दिल में क‌ई दर्द दबाके रखे हैं
ऑंखों में आंसू छूपाके रखे हैं
होंठों पे चुपकी लगाके बैठे हैं
तुम्हारे जाने का जो ये गम है
कि खुद को खो कर जी रहे है

Hindi Shayri by Parul : 111672110

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