ज़िन्दगी के हर ख़ूबसूरत लम्हों को हमने खुद से सजाया हैं,
ख़ुशी हो या गम हो हमने खुद से खुद को बहलाया हैं |
माना हमने किसी को दोस्त नहीं बनाया,
लेकिन खुद से दोस्ती करके सुकून पाया है |
दोस्ती के फ़साने तो हमने बहुत सुने थे ज़माने से,
जान तो हम तब पाए जब खुद को जुदा किये इक
ज़माने से |



@Zeba

Hindi Thank You by zeba Praveen : 111667103

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