संवेदनशील व्यक्ति कभी नही चाहेंगी की जो बात चीत या परिस्थितियों से प्रश्न उठे वो बात चीत या परिस्थिति जाहेर में उत्पन्न करे....
क्योंकि लोग संवेदना की भाषा ना समझकर तमाशा अक्सर बनाते है....
जो बातों से लोगो को कोई मतलब नहीं होता फिर भी वहीं बात जानकर उपहास बनाने में ज्यादा मजा आता है....
-Shree...Ripal Vyas