जितना टूटना था टूट चुकी हूं में ,
जितना बिखरना था बिखर चुकी हूं,
मर तो में तभी गई जब आपने ठुकराया ,
ये जिस्म भी अब रुखसत चाहता है,
मेरा आखरी सलाम दिल से कुबुल करना ,
दुनिया के साथ अब दिल से भी मुझे बिदाई देना ,
कभी दुआ में भी भूल से याद ना करना...
your & only your's

-અંજાન K

Hindi Shayri by ..... : 111646849

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