ए जिंदगी इतनी तन्हा क्यों है...
सब कुछ है इस दुनिया में
फिर भी अकेला पन क्यों हैं...
है सभी मेरे अपने
फिर भी लगते बेगाने क्यों हैं...
मिली है हमें सारी खुशियां
फिर मुझे गम क्यों हैं...

Sonu Mishra

English Blog by Sonu Mishra : 111645676

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