यू ही अगर तु लौट आए मेरे पास तो कितना अच्छा होता
में फिर से छोटी हो जाती तेरी गोदी में सो जाती सुकून से....
यू ही अगर तु आ जाए मेरे पास तो कितना अच्छा होता
में लिपट जाउ तेरे आँचल में मन भर लू तेरे वात्सल्य से....
यू ही अगर तु आ जाए मेरे पास तो कितना अच्छा होता
में भूल जाउ सारी दुनिया को तेरी स्नेहमिश्रित बातो में खो जाउ...
-Shree...Ripal Vyas