पीली- पीली प्यारी - प्यारी
सेवंती की है बगिया हमारी
कनेर, गुलाब, गेंदा सब
अलग - अलग खिलते हैं
पर सेंवती एक साथ
गुच्छों में खिलती है
एक साथ ही रहना सबको
ये सन्देशा देती है
किसी को भाये गेंदा , गुलाब
किसी को चंपा- चमेली
हमें तो प्यारी पीली सेवंती
-आशा झा Sakhi