अहंकार से नही तू चल सोर्य से सिर ऊँचा करके ।
बातों में नही तू कर काम सबसे ऊँचा ॥

मत कर तू गुनाहों का पेड़ आशमन को छूता ।
एक तिनका अच्छाईका उगा इस जमी पर ॥

Hindi Thought by Saurabh Sangani : 111641138

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