वो जिंदगी कहा है जो हम जी चुके है
बहोत ही मीठी मधुरी थी वो जिंदगी
आज भी याद करने से आती है मुस्कान
बचपना था
हँसी खुशी थी
दोस्तो की नोकझोंक थी
मा के आँचल में खोने की मजा थी
पापा के पीठ पर बैठकर सवारी की मजा थी
पढ़ाई का अनोखा अंदाज था
-Shree...Ripal Vyas