दर्द मेरा,तुमसे कह दूं,तो
बोलो,उससे होगा क्या।
खारे आंसू से चेहरा गर,
धो भी लूँ, तो होगा क्या।
पीर मेरी मुझको है सहनी,
कोई और ,करेगा क्या।
गम मेरा, मैं दूर करूंगी,
वार करूं,ठहरेगा क्या।

-Alka Agrawal

Hindi Poem by Alka Agrawal : 111621432

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