मेने देखा हे चीजों को टूटते हुए बिल्कुल मेरे जज्बातों की तरह,
लेकिन तुम नहीं समझोगे मानीद क्युकी तुम्हें सिगरेट के धुएँ से प्यार हे..

Hindi Poem by Kunal Bhatt : 111618539

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