जब रो रोकर आंखों से आंसु सुख जाते है,
वो अंदर ही अंदर सिमट कर एक कोने में दब जाते है।
कौन क्या कहता है क्या करता है उससे क्या फर्क पड़ता है,
जब ये आंखे नहीं दिल सिसक सिसक कर रोने लगता है।

-pandya Rimple
@shabdo_ni_suvas_

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