तेरा हिज्र (जुदाई) मेरा नसीब है,
तेरा ग़म ही मेरी हयात (जीवन) है ।

मुझे तेरी दूरी का ग़म हो क्यों,
तू कहीं भी हो मेरे साथ है ।

Hindi Song by Jainish Dudhat JD : 111611277

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now