दीपावली;
दीपों से मनाए, पटाखों से नहीं।
जरा एकबार उन बेजुबान पंछियों के बारे में सोच लीजिएगा की यह वक्त उनके आराम का है ना की डर और प्रदूषण से तडपना।🕊️
🙏🏻

Hindi Thought by Kirtipalsinh Gohil : 111609537

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