एक निश्छल मुस्कान के साथ करुणा भरा हृदय और उस हृदय में भरा इंतजार करने का धैर्य यही तो निशानी है उस परम प्रेम की जो कि अनंत है।

-Apoorva Singh

Hindi Thought by Apoorva Singh : 111604659
Kamlesh 3 years ago

एक से बढकर एक बेहतरीन रचनाएँ महोदया....

Apoorva Singh 3 years ago

सत्य कहा

shekhar kharadi Idriya 3 years ago

यथार्थ किंतु.. बाहरी प्रेम नैत्रों का आकषर्ण है, यधपि अंदर का प्रेम यथार्थ स्वरूप है जो हृदय की निस्वार्थ भावना जागृत करता है ।।

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