सपना बना कर पलकों के घर में तुम्हे बसाया है
नींद चैन सब गँवा कर दिल का करार मैंने पाया है..!

रस्मों की बेड़ियों को तोड़ दिल मैंने तुमसे लगाया है
तोड़ ना देना दिल मेरा,जिसने सिर्फ तुम्हे अपनाया है.!

मैं और मेरा भूतकाल..........


अमृत.....

Hindi Good Night by Amrut : 111598846

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