काना संग डांडिया खेलूंगी आज l
राधा संग डांडिया खेलूंगी आज ll

ढोलक संग बाजे पहवाज l
नाचे मस्ती मे नर नारी l
माँ के संग डांडिया खेलूंगी आज ll

रास रचयो गलीयो मे l
आज कैसे घर बैठेगी मे l
खिलैया के संग डांडिया खेलूंगी आज ll
#NAVRATRI

Hindi Poem by Darshita Babubhai Shah : 111596170

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