इतनी सी अरदास#नवरात्रि
(कविता)

हे मां इस नवरात्रि ,है मेरी इतनी सी अरदास
दे अपने भक्तों को सद्बुद्धि और दे सद्ज्ञान
ना मारे वो अजन्मी बच्चियों को गर्भ में
ना छीने उनसे जन्म से पहले, जीने का अधिकार।

हे मां इस नवरात्रि, है मेरी इतनी सी अरदास
ना रहे कोई भूखा प्यासा, ना हो कहीं अंधकार
जैसे रोशनी में नहाते शहर, महल, अट्टालिकाएं
वैसे ही गरीबों के झोपड़े और जीवन में फैले प्रकाश।

हे मां इस नवरात्रि, है मेरी इतनी सी अरदास
हर नारी बन जाए तेरी प्रतिमूर्ति
बनकर काली करें दुष्कर्मियों राक्षसों का संहार
इस नवरात्रि मांगे तुझसे हम सब ये वरदान।।
सरोज ✍️

-Saroj Prajapati

Hindi Religious by Saroj Prajapati : 111594183
વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. 4 years ago

हे मा मेरी एक ही अरदास जो भी लीखे मेरे दोस्त वो लीखाइ हो जाय खास 🙏🙏🙏

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

अत्यंत सुंदर प्रस्तुति

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

अत्यंत सुंदर प्रस्तुति

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