#प्रियंका

मुझे यू दुश्मन मत समझो,

तुम दुश्मन उस गलती को समझो,

जो तुमको नहीं करनी चाहिए थी,

जो आज एक बुरी लत बन चुकी हैं,

मुझे यू नालायक मत समझो,

तुम लायक अब माफी को समझो,

जो तुमको मांगनी चाहिए थी ,

जो तुम्हारी एक सजा बन चुकी हैं,

मुझे यू गैरो सा मत समझो ,

वह एक खुदा का फरिश्ता समझो,

जिसने तुमको आजाद किया उससे,

जो तुम्हें तुम्हारे ही हाथों से मारने की,

एक साजिश बन चुकी थी |

#नशा #बुरी #लत

Hindi Poem by Priyanka Jangir : 111591457

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