दुख और सुख जिसके लिए एक समान है, विषम से विषम परिस्थिति में भी जो संयम को नही छोड़ता वही पुरुष #महात्मा कहलाने के योग्य है।
#महात्मा

-RISHABH PANDEY

Hindi Thought by RISHABH PANDEY : 111583331

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