प्रेम करना
और बिछड़ जाना
अखरता हैं

जैसे मेघ दिन रात
बरसता हैं

जैसे लहरों की चपेट में आकर
तिनका किनारे पर
आने के लिए
तरसता है।

वैसे ही क्वांटम रेल्म में फंसकर
दिल कोई
तड़पता है।

#love #sad #lovequit

Hindi Poem by Rajesh Mewade : 111577061

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