हम जीवनभर जीने का अर्थ खोजते हैं।
किसी को जल्दी मिल जाता हैं तो कोई इस की तलाश में पुरी जिंदगी गुजर देता हैं।
लेकीन अर्थ की खोज में उलझना ही जीवन हैं।
अर्थहीन जिंदगी खुद को नकारात्मता की ओर खिंच लेती हैं और जीवन रसहीन हो जाता हैं। अर्थ की खोज का संघर्ष का नाम ही जीवन हैं।
-Manjusha Deshpande