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# बिश्वास
विश्वास शब्द में विष छुपा , जो अपनो को ही छलता है ,
आज समय, जिस पर विश्वास किया ,वो पीठ के पीछे ह॔सता है ।
विश्वास दिलाने की कोशिश मे झूठी कसमें खाता है ,
उसी झूठी कसम की खातिर, अपनो को खो देता है

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Hindi Sorry by Deep Joshi : 111567814

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