तुम ही हो मेरे #मंदिर -मस्जिद,
तुम ही चर्च- गुरुद्वारा;

मेरे मन #मंदिर में बसा है,
बस एक प्यार तुम्हारा;

सजदा करता हुं में तो बस,
नाम का एक तुम्हारा;

मेरे दिल कि धड़कनों पर,
सजा है, साज तुम्हारा;

तेरे प्यार में दिवाना होकर,
गुन गुनाए गीत सुनहरा;

जीवनपर्यंत करते रहेंगे प्यार,
ये तुमसे वादा है हमारा;

#मंदिर

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111567021

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