#हमला अनेको रूप के होता है या....यु कहा जाए की....अनेको रूपो मे कीया जाता है । जैसे....हथियारो से....तथा...शब्दो से.....
हथियारो से कीये गये घाव फीर भी ठीक हो जाते है....लेकीन शब्दो से लगे घावो को भरना बीलकुल भी आसान नही होता ।
शब्दो के कारण जीते-जागते व्यक्ती को निर्बळ बनाना बहुत ही आसान हो जाता है । जीन लोगो को लडाई-झगडा तथा कीसी पर भी चील्लाना पसंद नही होता....वह चुप ही रेहता है और अकेला सा हो जाता है ।
लोग ऐसे व्यक्ती को बडी ही आसानी से अपना शिकार बना लेते है । Body Seming....उन पर गुस्सा करना...बात-बात पर उनपे चील्लाना....भले ही कीतना भी अच्छा काम कर ले लेकीन छोटीसी भी गलती पर उनको डाटना.....उनका मजाक बनाना....जेसे कई रूप मे शब्दो द्वारा व्यक्ती को निर्बल बनाया जाता है ।
जीस व्यक्ती पर यह सब बीतती है वो अपना दर्द तथा गुस्सा अपने अंदर ही रखता है । अकेले मे रोना तथा Depression या तनाव का शिकार भी बन जाता है ।
अंतः कुछ लोग ईतने निर्बल बन जाते है की गलत कदम भी उठा लेते है । तथा वह अपने करीबी लोगो को अपना दर्द बताने की कोशीश भी करता है पर असमर्थ ही रहेता है ।
ईन हुमलो से बचने का एक ही उपाय है.....की ईतना निर्बलबनो ही मत.....की लोगो के शब्दो से खुद को निर्बलता मेहसुस हो । अकेले मत रहो । अपने करीबी व्यक्ती माता-पिता-भाई-बेहेन-दोस्त कीसी को भी अपना दर्द या तकलीफ बताते रहो । यदी.....आपको कोई व्यक्ती ऐसी तकलीफ मे दिखे तो उनकी मदद जरूर करे ।सुक्रीया🙏
#हमला
# बचना जरूरी है
By jayshree_Satote