जानते हो #कृष्ण ,
मुझे लगता है,
तुम, एक ठहरा हुआ क्षण हो ।
मैं उसी एक क्षण में स्थिर होकर जीती हूं।
उससे पहले भी विराट शून्य है
और उसके आगे भी।
अर्थात, सम्पूर्ण सृष्टि में
सिर्फ तुम हो,
और तुम में जीती मैं हूँ।।
#कृष्ण

Hindi Poem by Meenakshi Dikshit : 111546497

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