ये काली रातें काली नही थी जब वो साथ थी,, ये चाँद इतना दूर नही था जब वो साथ थी,, इन हवाओं में इतनी ठंढक नही थी जब वो साथ थी,, मेरे अपने हमसे नाराज़ नही थे जब वो साथ थी,,। अब क्या कहूँ मैं अपनी बातें मैं रोता नही था आसमान के नीचे जब वो साथ थी,,। 🙇

Hindi Thought by Mayur Patel : 111542715

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now